Wednesday, September 5, 2018

Best hindi poem on zindgi, life in Indore

मुस्कान और पानी

life

कही होटो पर मुस्कान,
तो कही आँखो में पानी है ,
यही दस्तुर हेेै  जिंदगी का,
और यही जिन्दगानी हेै ,
पल में गिला,पल में शिकवा,
पल में किसी से रूठ जानी हेै ,
आज साथ हेै  कल को क्या पता,
किसकी मंजिल की कौनसी कहानी हेै ,
खूुन के रिश्ते छूुटते चले जाते हेै ,
दिल के रिश्ते कब तक साथ निभाते हेै ,
फासलों से कमियो का अहसास हो जाता हेै ,
जो पास हे वो एक पल हमे नई सुहाता हेै ,
हमेशा साथ हो तो मन भर जाता हेै ,
जरा दुर हो जाए तो मन घबराता हेै ,
पतझड़ के मौसम में बरसात याद आती हेै ,
भींगती हुई बारिश में छतरी खुल जाती हेै ,
ना संतोष हे ना धैर्य,
सबको अपनी नोटों की गड्डी बचानी हेै ,
कभी कोई किसी पराये अफसर के आगे शीश झुकाता हेै ,
तो कोई माँ बाप के पेर छुने से कतराता हेै ,
किसी की ताली किसी का पेट भर जाती हेै ,
किसी के घर हर रोज रोटी फिकाती हेै ,
एक इंसान सड़क पर बिछोना लगाता हेै ,
दूजा वही कुत्ते के लिए भी घर बनाता हेै ,
किसी की रात तारे गिनते कट जाती हेै ,
किसी को तारो से सजी रात भी कम पड़ जाती हेै ,
किसी की पायल किसी का दिल बहलाती हेै ,
किसी की पायल उसका घर चलाती हेै ,
कही होंटो पर मुस्कान कही आखो में पानी हेै ,
यही दस्तूर हे जिंदगी का यही जिंदगानी हेै ,
क्या बोया तूने क्या तू पाएगा,
जो बोएगा वही जीवन में पाएगा,
याद रख ये रब की दी जिंदगानी हेै ,
आज तेरी हे कल को बेगानी हेै ,
कुछ कर ऐसा ये रब की मेहरबानी हेै ,
ऊपर जाकर तुझे भी इसकी कीमत चुकानी हेै। 

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